The smart Trick of shiva chalisa lyrics That No One is Discussing
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नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
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त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा । तन नहीं ताके रहे कलेशा ॥
थोड़ा जल स्वयं पी लें और मिश्री प्रसाद के रूप में बांट दें।
चित्रकूट के घाट-घाट पर, शबरी देखे बाट - भजन
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै ॥
शिव भजन
कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख website हरहु हमारी॥
वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे॥
अष्टसिद्धि नौ निधि के दाता। अस बर दीन जानकी माता।।
Glory to Girija’s consort Shiva, that's compassionate into the destitute, who normally guards the saintly, the moon on whose forehead sheds its beautiful lustre, As well as in whose ears are classified as the pendants of your cobra hood.
जय सन्तोषी मात अनूपम। शान्ति दायिनी रूप मनोरम॥ सुन्दर वरण चतुर्भुज रूपा। वेश मनोहर ललित अनुपा॥
चालिसा भगवान शिवाशी मजबूत आध्यात्मिक संबंध निर्माण करण्यास मदत करते. दररोज श्री शिव चालिसाचा जप केल्याने भक्ताला शांती, आंतरिक शक्ती आणि आध्यात्मिक वाढ मिळेल.